सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥ पण्डित त्रयोदशी को लावे। ध्यान पूर्वक होम करावे ॥ शिव चालीसा का पाठ पूर्ण भक्ति भाव से करें। ब्रह्म – कुल – वल्लभं, सुलभ मति दुर्लभं, विकट – वेषं, विभुं, वेदपारं । त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन https://shiv-chalisa-lyrics-in-be97813.blogolenta.com/26643388/the-fact-about-shiv-chalisa-lyrics-aarti-that-no-one-is-suggesting